
पार्क में आने वाले पर्यटकों के लिए 50 कमरों की सुविधा के साथ रात्रि ठहराव (नाइट स्टे) की व्यवस्था की जाएगी। यहां अलग-अलग बेनी प्रसाद हाउस, गुरुजी हाउस जैसे अलग-अलग कमरे बने हुए हैं। इन्हें संवारा जाएगा।

अपनी एक अन्य पोस्ट में शख्स ने प्रदूषित हवा का मुद्दा उठाते हुए लिखा, 'उन्हें दिल्ली के दम घोंटने वाले प्रदूषण की परवाह नहीं, उन्हें तो बस इसका नाम बदलने की चिंता है। शायद उन्हें लगता है कि इंद्रप्रस्थ नाम मिलते ही धुंध गायब हो जाएगी।

अदालत ने कहा कि 'जांच अधिकारी ने अदालत को गुमराह करने के लिए इस मामले में झूठी रिपोर्ट दर्ज की थी।' वहीं अपने समक्ष प्रस्तुत सबूतों को देखते हुए अदालत ने यह भी कहा कि जांच अधिकारी मामले की ठीक से जांच भी नहीं कर रहा था।

विज्ञप्ति में बताया गया कि दीक्षांत आईएएस ने दावा किया कि शिकायतकर्ता छात्रा ने उसके साक्षात्कार मार्गदर्शन कार्यक्रम (IGP) में भाग लिया था और यह कार्यक्रम चहल अकादमी के साथ संयुक्त रूप से संचालित किया गया था।

दिल्ली सरकार ने आईआईटी-कानपुर के सहयोग से बुराड़ी, उत्तरी करोल बाग और मयूर विहार में दो क्लाउड-सीडिंग परीक्षण किए थे, लेकिन बारिश नहीं हुई। संस्थान ने इससे पहले 2017-18 में कानपुर में सफल परीक्षण किए थे, लेकिन एनसीआर में यह इस तरह का पहला प्रयोग था।

दिल्ली शहर में 700 से ज्यादा शराब की दुकानें हैं, जिनका संचालन चार सरकारी निगमों- दिल्ली राज्य औद्योगिक एवं अवसंरचना विकास निगम, दिल्ली पर्यटन एवं परिवहन विकास निगम, दिल्ली राज्य नागरिक आपूर्ति निगम और दिल्ली उपभोक्ता सहकारी थोक विक्रेता भंडार द्वारा किया जाता है।

मृतक अधिकारी नरेंद्र के परिवार में पत्नी और दो बेटे हैं। उनकी पत्नी को पांच महीने पहले लकवा मार गया था। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि फिलहाल आगे की कानूनी कार्यवाही चल रही है और घटना के कारणों की जांच की जा रही है।

आरोपियों की जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपी हरियाणा के रहने वाले हैं, इनमें से सतेंद्र मुख्य आरोपी है, जो कि 10वीं तक पढ़ा-लिखा है और उसका मुख्य व्यवसाय हरियाणा के पास सोनीपत के खरखौदा में खल-बिनौला बेचने का है।

हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल की बेटी, दामाद और नातिन को गुरुग्राम कोर्ट ने गिरफ्तार करने के आदेश दिये हैं। पूर्व सीएम भजनलाल की बेटी रोशनी बिश्नोई, दामाद अनूप बिश्नोई और नातिन सुरभि बिश्नोई ने गुरुग्राम में दो मरे हुए लोगों का प्लॉट बेचकर चार करोड़ रुपए की धोखाधड़ी की थी।

विभाग सिर्फ इस सिस्टम को सिर्फ लगवाकर ही नहीं छोड़ देगा, बल्कि आगे इसकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उसने निविदा दस्तावेज में सुरक्षा गार्डों की तैनाती के बारे में भी बताया है।