40 करोड़ Windows यूजर्स के लिए सबसे बड़ा अलर्ट, आपको भी फौरन लेना होगा ऐक्शन
माइक्रोसॉफ्ट की ओर से यूजर्स को Windows 10 अपग्रेड करने का विकल्प दिया गया था और इसके लिए सपोर्ट खत्म किया जा रहा है। दिक्कत ये है कि 40 करोड़ से ज्यादा लोग अपग्रेड्स नहीं कर सकते और रिस्क पर हैं।

सॉफ्टवेयर कंपनी Microsoft के यूजर्स के सामने बड़ी परेशानी आ खड़ी हुई है और दुनियाभर में 40 करोड़ के करीब Windows यूजर्स इससे प्रभावित होंगे। दरअसल, Windows 10 के लिए सिक्योरिटी अपडेट्स जल्द खत्म होने वाले हैं और इसके बाद यूजर्स को कोई अपडेट नहीं दिया जाएगा। अगर आप भी इन यूजर्स में शामिल हैं तो आपको समय रहते कुछ कदम उठाने ही होंगे, वरना आप साइबर अटैक्स का शिकार हो सकते हैं।
हाल ही में सामने आईं रिपोर्ट्स में कहा गया है कि आज भी दुनिया के 41 प्रतिशत कंप्यूटर Windows 10 पर चल रहे हैं और सितंबर के आखिर में ये करीब 46 प्रतिशत थे। साफ है कि कुछ यूजर्स ने अपग्रेड जरूर किया है लेकिन अब केवल 10 दिन बचे हैं। एक बार डेडलाइन बीतने के बाद जो यूजर्स कंपनी के सपोर्ट प्लान का हिस्सा नहीं होंगे, उन्हें सिक्योरिटी अपडेट्स नहीं दिए जाएंगे।
एक्सटेंडेड सपोर्ट के लिए करना होगा भुगतान
कंपनी ने उन Windows 10 यूजर्स को एक्सटेंडेड सपोर्ट लेने का विकल्प दिया है, जो अपग्रेड नहीं कर पा रहे। इसके लिए यूजर्स को 30 डॉलर (करीब 2500 रुपये) फीस का भुगतान करना होगा। वहीं कुछ यूजर्स को सही ऑप्शन चुनने पर फ्री एक्सटेंशन ऑफर किया जा रहा है।
हालांकि, बड़ी दिक्कत ये है कि करीब 40 करोड़ डिवाइस Windows 11 पर अपग्रेड नहीं हो सकते क्योंकि माइक्रोसॉफ्ट ने इसके लिए सख्त हार्डवेयर रिक्वायरमेंट्स तय किए हैं। पुराने कंप्यूटर इन रिक्वायरमेंट्स को पूरा नहीं करते, ऐसे में उन्हें अपग्रेड नहीं किया जा सकेगा।
Windows 10 यूजर्स को दी गई है गंभीर चेतावनी
PIRG (Public Interest Research Group) नामक संस्था ने चेतावनी दी है कि यह स्थिति पहले कभी नहीं देखी गई। जब Windows 8 का सपोर्ट जनवरी 2016 में खत्म हुआ था, तब सिर्फ 3.7 प्रतिशत यूजर्स ही उसका इस्तेमाल कर रहे थे। Windows 8.1 का सपोर्ट जनवरी 2023 में खत्म हुआ, तब यह आंकड़ा सिर्फ 2.2 प्रतिशत था। लेकिन आज Windows 10 के 41 प्रतिशत यूजर्स अब भी एक्टिव हैं, जो एक चौंकाने वाला आंकड़ा है।
इसी तरह की चेतावनी Consumer Reports और EuroConsumers ने भी जारी की है। उनका कहना है कि Microsoft ने Windows 10 को खत्म करने की टाइमलाइन पहले से कहीं ज्यादा छोटी रखी है, जबकि Windows 11 को लॉन्च हुए अभी सिर्फ चार साल ही हुए हैं।
कुल मिलाकर यूजर्स को अपने लैपटॉप का सॉफ्टवेयर अपग्रेड कर लेना चाहिए। वहीं अगर आप ऐसा नहीं कर पा रहे तो हार्डवेयर अपग्रेड करना ही इकलौता विकल्प होगा।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।




